by Arvind Tripathi on Saturday, April 16, 2011 at 11:45pm
जिलाधिकारी, कानपुर नगर.
विषय :- टाट मिल चौराहे से यशोदा नगर बाईपास होते हुए पशुपति नगर चौराहे तक के सड़क के दोनों तरफ ग्रीन-बेल्ट और सर्विस लेन पर स्थायी अतिक्रमण को हटवाने और सड़क को मूल रूप में लाने के सम्बन्ध में.
महोदय,
प्रार्थी आपका ध्यान इस अति महत्वपूर्ण और कानपुर दक्षिण की जीवन-रेखा कही जा सकने वाली सड़क की दुर्व्यवस्था की तरफ आकृष्ट कराना चाहता है. यह मार्ग सागर ,मध्यप्रदेश से आने वाले यातायात को कानपुर से जोड़ता है. इस के साथ ही आगरा से आने वाले वाहनों को भी इसी मार्ग से शहर में प्रवेश मिलता है. जी. टी. रोड में निर्माणाधीन ओवरब्रिज के वर्हों से लंबित प्रोजेक्ट के कारण लखनऊ और इलाहाबाद से आने वाले वाहन भी इसी मार्ग से शहर में प्रवेश पाते हैं. इन सभी के अतिरिक्त कानपुर के दक्षिण के मोहल्लों से कानपुर की अधिक से अधिक जनसंख्या इस मार्ग से अपने जीविकोपार्जन के लिए प्रतिदिन इस सड़क मार्ग का उपयोग करती है. इतने अधिक यातायात का भार उठाने वाला ये मार्ग शहर के सबसे ज्यादा चौड़े सड़क मार्ग में से एक नियोजित किया गया था. इस मार्ग में दोनों तरफ ग्रीन-बेल्ट और उसके दोनों तरफ अधिकतर पैदल और दोपहिया वाहनों के चलने के लिए सर्विस लेन बनायी गयी थी.
महोदय आपसे विनम्र निवेदन है , की वर्तमान में इस सर्विस लेन के साथ बनाए गए नाले को अतिक्रमणकारिओं ने पूरी तरह से चोक कर दिया है.जिससे प्रति वर्ष बारिश के महीने में साकेत नगर, निराला नगर,जूही और किदवई नगर के सभी ब्लाकों में भीषण जल-भराव की स्थिति हो जाती है. इसके अतिरिक्त सर्विस लेन पर मोटर मैकेनिकों, ट्रांसपोर्ट व्यवसायिओं, पेट्रोल पम्प मालिकों सहित अन्य अतिक्रमणकारिओं ने स्थायी रूप निर्माण करा कर आम पैदल यात्रिओं और दोपहिया वाहन स्वामिओं को चलने के लिए रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया है. इसके साथ ही ग्रीन बेल्ट को भी गंभीर छति पहुचाई गयी है. नगर निगम के द्वारा बनाए गए अवरोधों को पूरी तरह से बर्बाद कर के इस भूमि का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है. जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश 132 जेड. एल. आर एक्ट का पूरी तरह से उल्लंघन है.इस ग्रीन बेल्ट पर शनि मंदिर, हनुमान मंदिर ,टेम्पो स्टैंड , साउथ एक्स माल , सुभाष चिल्ड्रेन सोसाइटी सहित कच्चे-पक्के निर्माण कराकर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है. मंदिरों और मस्जिदों के अवैध निर्माण की माननीय उच्चतम न्यायालय को दी गयी सूची में इन सभी का स्पष्ट उल्लेख है, जो अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) के द्वारा विगत वर्ष प्रस्तुत की गयी थी.इन सभी धार्मिक स्थलों के नव-निर्माण और विस्तारीकरण को रोकने और प्रतिस्थापित करने के माननीय उच्चतम न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद ऎसी भवन निर्माणी शक्तिओं को प्रतिबंधित और दण्डित नहीं किया जा सका है.और ऐसे निर्माणों की आड़ में लगातार अतिक्रमण और अवैध बसाव का काम जारी है, जो जिला प्रशासन की सक्रियता में कमी के कारण तेजी पकडे हुए है.
इस क्षेत्र में तीन महिला महाविद्यालय और छोटे-बड़े हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के इंटर तक की शिक्षा के लिए पंद्रह से अधिक शिक्षण संस्थान हैं. जिनके छात्र, छात्राएं और उनके अभिभावक भी आते जाते हैं. जो अवैध ट्रकों की पार्किंग से आये दिन चुटहिल होते रहते हैं. इन पेट्रोल-पम्प्न और आस-पास के क्षेत्र में आये दिन होने वाली अपराधिक वारदातों को इनके माध्यम से अंजाम दिया जाता है. पेट्रोल पम्प मालिकों ने रात-दिन इन ट्रकों को ड्राइवरों और क्लीनरों के साथ खडा कराना शुरू कर दिया है. ये सभी खुले में शौचादि क्रिया करते रहते हैं जिससे यहाँ से गुजरने वाले अभिभावकों और छात्रों को शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ता है. छेड़-छाड़ सहित चेन-स्नेचिंग की घटनाएं यहाँ आम हैं. महिलायें लोक-लाज के कारण अपनी शिकायतें पुलिस प्रशासन तक ले जाने में अक्षम प्रतीत होती हैं.
अतः आपसे विनम्र निवेदन है की नाले की सही सफाई कराई जाए,दोनों तरफ की सर्विस लेन को पुनर्जीवित किया जाए. ग्रीन-बेल्ट पर काबिज अवैध कब्जे हटाये जाएँ और कब्जेदारों को दण्डित किया जाए जिससे क़ानून का रसूख कायम हो सके. पेट्रोल पम्प मालिकों को अवैध ट्रकों की पार्किंग कराने से रोका जाए.मुख्य सड़क मार्ग के दोनों तरफ सघन वृक्षारोपण किया जाए. मुख्य सड़क मार्ग को बीच से दो भागों में बाँट कर सुरक्षित किया जाए जिससे प्रतिवर्ष होने वाली सीधी टक्कर की सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली सौ से अधिक मौतों को कम किया जा सके.
महोदय, पूर्व में "खूनी सड़क" के रूप में कुख्यात यह सड़क आपके स्नेह और सुदृष्टि की आकांक्षी है.आशा है, आप इस सड़क के विकास में महती भूमिका अदा करेंगे.
सधन्यवाद
निवेदक
अरविन्द त्रिपाठी
संयोजक - "जल-बिरादरी"
राष्ट्रीय अध्यक्ष- राजेन्द्र सिंह "जल-पुरुष"
मो.न.- 09616917455
पता- १९१-सी , देवकी नगर, कानपुर.
बहुत अच्छी पोस्ट, शुभकामना, मैं सभी धर्मो को सम्मान देता हूँ, जिस तरह मुसलमान अपने धर्म के प्रति समर्पित है, उसी तरह हिन्दू भी समर्पित है. यदि समाज में प्रेम,आपसी सौहार्द और समरसता लानी है तो सभी के भावनाओ का सम्मान करना होगा.
ReplyDeleteयहाँ भी आये. और अपने विचार अवश्य व्यक्त करें ताकि धार्मिक विवादों पर अंकुश लगाया जा सके.,
मुस्लिम ब्लोगर यह बताएं क्या यह पोस्ट हिन्दुओ के भावनाओ पर कुठाराघात नहीं करती.
कभी-कभी शहर और उसके हालत को देख कर लगता है....." मेरा मुंसिफ ही मेरा कातिल है, वो क्यूँ मेरे हक में फैसला देगा"
ReplyDeleteHI ARVIND BHAIYA HOW R U
ReplyDeleteALOK SHUKLA
YASHODA NAGAR
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