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मुंबई. इंटरनेट पर बेहद लोकप्रिय हुए गीत 'कोलावरी डी' की मशहूर गीतकार जावेद अख्तर और बंग्लादेशी मूल की विवादित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने तीखी आलोचना की है, वहीं इस गीत के बड़े प्रसंशकों में से एक और बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज में इसे गाने की कोशिश की है।

इंटरनेट पर कोलावरी डी की दीवानगी का आलम यह है कि 16 नवंबर को पोस्ट किए जाने के बाद से ही यह यू् ट्यूब पर हिट लिस्ट में बना हुआ है। इस गाने की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके आधिकारिक वीडियो को अब तक 1 करोड़ 31 लाख से भी अधिक बार देखा जा चुका है। लेकिन इससे भी चौंकाने वाला तथ्य यह है कि अब तक यू ट्यूब पर ऐसे चार हजार वीडियो पोस्ट किए जा चुके हैं जिनके टाइटल में 'कोलावरी डी' है।
महिला आवाज में पोस्ट हुए कोलावरी डी को करीब 20 लाख बार देखा जा चुका है। शरद पवार को पड़े तमाचे के वीडियो और कोलावरी की धुन को मिलाकर बनाए गए वीडियो को भी करीब दस लाख लोग देख चुके हैं। कई भारतीय भाषाओं के बाद अब इस गीत का इंडोनेशियाई वर्जन भी यूट्यूब पर आ गया है।

लेकिन मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने इस गीत की बेहद तीखे शब्दों में आलोचना की है। ट्विटर पर जावेद अख्तर ने पोस्ट किया- कोलावरी डी- सब कपड़ों की तारीफ कर रहे हैं लेकिन बादशाह नंगे हैं। ट्यून साधारण है, गायकी स्तरहीन है, शब्द संवेदनशीलता का अपमान हैं।

विवादित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने भी इस गीत की आलोचना करते हुए ट्वीट किया कोलावरी डी जैसी मूर्खतापूर्ण चीज संगीत में समृद्ध भारत जैसे देश में कैसे लोकप्रिय हो रही है। यह अराजकता है या फिर छुपे हुए फूहड़ खुल कर बाहर आ रहे हैं।



लेकिन इस गीत के प्रति बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की दीवानगी का आलम यह है कि वो अपने ट्विटर पर इसकी तारीफ करने के बाद अब इसे अपनी आवाज में गाने की कोशिश भी कर चुके हैं। गुरुवार को पोस्ट किए गए अपने ब्लॉग में बिग बी ने कहा कि मैंने भी कोलावरी डी को गाने की कोशिश की है। यह बहुत कम समय की तैयारी के बाद किया गया प्रयास है जल्द ही सबके सामने इसे शेयर करूंगा।

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